क्यों आपकी और हमारी वजह से डूब रही पंचायते, जानें ?

ग्राम पंचायतें : भारतीय राजनितिक तंत्र का डूबता जहाज



गाँधी जी ने आजादी के वक्त ग्राम पंचायतों को भारत के तंत्र की नींव बनाने की वकालत की थी परंतु तब उनके सुझावों पर अमल नहीं किया गया पर जब आगे जाकर जब पंचायत का महत्त्व समझ आया तो इसे 1992 में संविधान में जोड़ लिया गया...

आज का सवाल यही है कि क्या ग्राम पंचायतें अपने उद्देश्य में सफल हो पायी ???
और अगर आप भारत के गाँवों में जरा सा झाँक के देखोगे तो गांव आपको खुद चीखते हुए जवाब "ना" में देंगे ....
आज ग्राम पंचायतें गबन करते पैसे हजम करने का अड्डा बन चुकी है.....
नई सोच के साथ आगे बढ़ना तो दूर की बात इतने वर्षों में यह गांवों में पानी और सड़क जैसी मुलभुत सुविधाएं भी पूरी तरह से नहीं पहुँचा पायी.....
आइये पहले ग्राम पंचायत के बारे में जानते है उसके बाद इस बारे में और बात करेंगे

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राज्य सरकारों के बावजूद ग्राम पंचायतों की जरुरत क्यों

जैसा की आप सब जानते है कि भारत एक लोकतान्त्रिक देश है और लोकतांत्रिक देश होने के कारण यहाँ की सारी शक्तियां आम जनता के हाथ में होती है परंतु केंद्र सरकार और राज्य सरकारों तक पहुंचना और वहाँ तक अपनी बात पहुँचाना हर व्यक्ति के बस की बात नहीं है तो ग्राम पंचायत उस खाई को भरती है और आम जनता और बड़ी सरकारो के बीच एक पुल का रोल निभाती है,

उदहारण : जैसे की आप ले घर के बाहर की नाली जाम हो गयी है तो आप उसके लिए सीधा मुख्यमंत्री को तो बुला नहीं सकते उसके लिए आप सरपंच या पंच को अवगत कराते है जो आपकी पहुँच में होता है ।

पंचायतो के प्रमुख कार्य
1. साफ़ सफाई का ध्यान रखना
2. मुलभुत सुविधाएं मुहैया करवाना
3. सरकारी स्कूल और अस्पतालों को चलाना
4. छोटे स्तर पर स्थापित उद्योगो के विकास में मदद करना
5. रोड का रख रखाव का ध्यान रखना 
6. आधुनिक कृषि को बढ़ावा देना

पंचायतों को इन कार्यो के लिए पैसा कहाँ से मिलता है:

1. आम जनता पर सुविधाओं के बदले लगाये गए टैक्स से
2. राज्य सरकारों से निर्धारित राशि के रूप में

क्यों डूब रही ग्राम पंचायतें
अब जब आप ग्राम पंचायत के बारे में सब जान चुके है तो सीधा मुद्दे पर आते है, 
ग्राम पंचायतों की स्थापना का उद्देश्य पावर को सीधे लोगो के हाथों में देना था परंतु यही शक्तियां सरपंचों तक आकर रुक गयी और उसका मुख्य कारण आम जनता का जागरूक नहीं होना है,



आज लोग ग्राम पंचायत के चुनावो में वोट देने के पहले यह नहीं सोचते की यह व्यक्ति हमारे गांव का विकास करेगा बल्कि जात पात पर और गरीब तबका पैसो के लालच में वोट करता है , तो जब सरपंच को वोट ही विकास करने के लिए नहीं मिला तो वह क्यों करेगा विकास आप ही सोचिये जरा ?????
वह तो अपना घर भरेगा तो पांच साल बाद निकल लेगा और हालात ज्यूँ के त्यों बने रहेंगे ।

सरकार ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए महिलाओं के लिए 50% आरक्षण लाया गया पर हुआ क्या मर्दो की जगह उनकी पत्नियां लड़ने लगी और पतिदेव फिर से सरपंच पति बन कर सिरमौर बन गए और सरपंच साहिबा लग गयी फिर से रोटियां सेंकने में और हो गया इस नए नियम के साथ भी खिलवाड़ ।

एक पहलू यह भी है कि यह भी है कि ग्रामीण जनता इतने वर्षों के पंचायतों के निठ्ठलेपन के बाद पंचायतो से उम्मीद ही छोड़ चुकी है वह अब शहरो की और बढ़ रही है उसका ध्यान गांवों में शहरों जैसी सुविधाओं लाने पर न होकर शहरों में जाकर बस जाने पर है , जबकि शहरों जैसे अस्पताल , स्कूल और सड़के बनाने में पंचायते सक्षम है ।
क्या आपने कभी किसी प्रत्याशी को यह कहते हुए सुना है गांव पंचायत चुनाव में की 

वह स्कूल में नयी टेक्नोलॉजी लाएगा !
कृषि की उन्नत तकनीकें लायेगा !
अस्पताल बनवायेगा !



 यह सब बातें चुनाव के पर्चो पर लिखी रह जाती है और प्रचार पर आये प्रत्याशी और हम घर पर बैठ कर जात पात की मदद से विकास की बोली लगा रहे होते है और पंचायतो को लेकर गाँधी की का सपना पंचायत के किसी कोने में उनकी तस्वीर के बगल में पड़े हुए खून के आँसू रो रहा होता है।

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सवाल : कैसे करे पंचायतों की कार्यशैली में सुधार

जवाब : जो भी सरपंच पद का दावेदर है उस को ये लिस्ट थमा दो...
अब फैसला आप खुद को करना है मजबूर बनना है या मजबूत  !!!!

01. मुख्य स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे होने चाहिए ।

02. गंदे पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।

03. मुख्य रास्तो पर लाइट की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए ।

04. ग्राम पंचायत में ग्राम पंचायत ई मित्र की नि:शुल्क व्यवस्था होनी चाहिये ।

05. अपने लोगो का नही बल्कि योग्य परिवारो को पेंशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, एवं सभी योजनाओं का लाभ लोगो तक पहुँचाना ।

06. मेरे नोजवान भाईयो के लिए खेल मैदान,  समुचित व्य्वस्था होनी चाहिए |

07. धार्मिक मेले के लिए कमेटी बनाकर समुचित व्यवस्था करना।

08. गरीब-अमीर सभी को सरकार की हर स्कीम का फायदा करवाए।

09. ग्राम पंचायत के बजट को आम जनता के बीच रखकर आम जनता के हित में कार्य करवाएगा।

10. ग्राम पंचायत में वार्षिक बैठक के दौरान ग्राम में वर्ष भर में कितना विकास कार्य हुआ, कितना खर्च हुआ, कितना बचत है संपूर्ण विवरण आम जनता को बताये |

11. ग्राम पंचायत के बजट का एक भी पैसा कमीशन / रिश्वत के रूप में नहीं जाने दे।

12. ग्राम पंचायत के युवाओं को रोजगार दिलवाने की मजबूत पैरवी करे।

13. ग्राम पंचायत के मजदूर वर्ग के लोगों को सरकार द्वारा मिलने वाला सहयोग प्रदान करवाने की मजबूत पैरवी करना एवं सहायता दिलवाना।

14. शिक्षा के क्षैत्र में गुणवत्ता प्रदान करवाना एवं शिक्षा के स्तर को बढ़ाना।

15. ग्राम पंचायत मैं चिकित्सा सेवा की कुशल व्यवस्था करना, योग्य चिकित्सको की सेवाएं प्रदान करवाएगा ।

16. ग्राम पंचायत को गरीबी मुक्त बनाना इसके लिए स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध करवाना।

17. ग्राम पंचायत के सभी परिवारों को विद्युत कनेक्शन से जोड़कर अंधेरा मुक्त ग्राम पंचायत बनाना।

18. ग्राम पंचायत के सभी मुख्य मार्गों का डामरीकरण, सीसी रोड़ करवाना।

19. स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय बनाना एवं गांव के सार्वजनिक स्थल पर शौचालय बनाना।

20. ग्राम पंचायत पर जनसुनवाई केंद्र स्थापित करना और आम समस्या का समाधान करना।

21. पीने के शुद्ध पानी की व्यवस्था करवाने के प्रयास करना |

22. सरकारी योजनाओं का बीपीएल और पैशन धारियों को सीधा फायदा दिलवाना।

23. ग्राम पंचायत में हर दुकान के आगे कचरा पात्र लगाना।

24. सरपंच का लक्ष्य जनता का पैसा जनता को मिले।

25. हमारा सरपंच ऐसा होना चाहिए जो गांव का चहुंमुखी विकास करे। गांव में भेदभाव के बजाए मेल-मिलाप पर ध्यान दें।

26. गांव का सरपंच शिक्षित होना चाहिए जो गांव की कमियों को दूर कर सकें। शिक्षित उम्मीदवार ही गांव को बेहतर बना सकता है ।

27. हमारा सरपंच ऐसा होना चाहिए जो सरकार द्वारा गांव के विकास के लिए भेजी गई राशि का सदुपयोग कर सकें।

28. सरपंच ऐसा हो जो गांव के लोगों की समस्या को प्राथमिकता से लेकर उन्हें हल करवाएं। जिससे गांव का हर व्यक्ति अपने सरपंच से सहानुभूति रख सकें।

29. ग्राम पंचायत का प्रतिनिधि ऐसा हो जो हर दफ्तर में जाकर बिन हिचकाहट अपनी बात रखें और कार्य करवाने में सफल हो। 

30. हमारे प्यारे से सरपंच साहब ऐसे हो कि प्रतिवर्ष 1000 वृक्ष लगाने का लक्ष्य हो और उन वृक्षों को समय-समय पर खाद और पानी देने की व्यवस्था करेंl

    यह सूचि व्हाट्सएप्प से प्राप्त हुई हैं तो लेखक अज्ञात है , आप लेखक है तो अपना नाम प्रकशित करवाने के लिए संपर्क करे

सीधे लेखक के दिल से:
बात इतनी सी है कि ग्राम पंचायत आपके हाथ में सौपी गयी बहुत महत्वपूर्ण शक्ति है इसे बर्बाद न करे इसमें रूचि ले , सरपंच न माने तो दबाव बनाए  और जरुरत लगने पर RTI का उपयोग करे..
अगले ग्राम पंचायत चुनाव में विकास के नाम पर वोट करे🙏

नोट: स्वस्थ बहस के लिए आप कमेंट बॉक्स में आमंत्रित है
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आपका ,
शुभम पुखराज जाट,

राम राम🙏

टिप्पणियाँ

  1. सटीक लिखा है आपने��

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  2. सभी सरपंच यह कार्य पुरी ईमानदारी से करे तो गाँव स्वर्ग बन जायेगा

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. जी भैया , सही बात
      और हम ग्रामीणों को सरपंच को उसकी जवाबदारी याद दिलाना होगी ,
      इस ब्लॉग को अपने सभी ग्रामीणों के साथ शेयर करे

      हटाएं

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