JNU के छात्रों पर लगते आरोप किस हद तक सही है ??

क्या JNU वाले देशद्रोही है ?

Is guys from jnu are really antinational

रुकिए जनाब 
जरा ठहरिये 
JNU वाले देश द्रोही है........
JNU में सबके पास iphone है......
JNU में जितने भी लोग पढ़ रहे है वह बूढ़े है.....
JNU में हॉस्टल fee सिर्फ 300 रूपये हुई है.....
JNU नशेड़ियों का अड्डा हो गया है......
JNU में रोज इतनी हजार बियर बोतल रोज निकलती है....

और भी बहुत कुछ आपको मीडिया और ज्ञान पाने के सबसे भरोसेमंद जरिये व्हाट्सएप्प यूनिवर्सिटी से मिल रही होगी ।

पर अब आते है आंकड़ो पर
JNU में रहने वाले छात्रों को रहने खाने की फीस (हॉस्टल + सर्विस चार्ज + मेस फीस) अब 60000 रूपये हो गयी है 
और गरीबी रेखा से नीचे वाले छात्रों के लिए 47000 हो गयी है 
*इसमें कॉलेज की कोई भी फीस नहीं जोड़ी गयी है

अब आते है iphone वाले पॉइंट पर आंकड़े बताते है की JNU में 40 प्रतिशत छात्र ऐसे है जिनके परिवार की मासिक आय 12000 है और 27 प्रतिशत छात्र ऐसे है जिनकी हालात अत्यंत ख़राब है और उनकी मासिक आय 6000 है यानि कुल  67 प्रतिशत छात्र ऐसे जो वहाँ पढ़ने के लिए छात्रवर्ती पर निर्भर है अब बाकि के 33 प्रतिशत छात्र हो सकता है iphone ले सकते है पर इन 67 प्रतिशत के लिए तो थोड़ा मुश्किल है,

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अब आते है उम्र वाले पॉइंट पर 
भारत में PhD करने की औसत उम्र 25 से 29 साल है जो बाकि के देशों की तुलना में बहुत कम है विश्व के कई देशों में तो लोग 40 वर्ष की उम्र तक भी PHD की शोध करते रहते है ।

अब आते है नशे की बात पर Express news survey द्वारा किये गए सर्वे के मुताबित 87 प्रतिशत युवाओ ने शराब के सेवन की बात कुबूली है तो इस पर स्थिति पुरे देश की ही गंभीर है , शराब पीना ग्लैमर हो गया है खैर उस पर बात फिर कभी , तो कॉलेज के हॉस्टल में शराब की बोतलें मिलना आम बात है और साथ में चिंताजनक भी है ।

और अब सबसे बड़े आरोप की और बढ़ते है जो है JNU के छात्र देशद्रोही है ,
अब इसकी जड़ पर जाते है JNU में पढ़ने वाले विद्यार्थी कोन है , कहाँ से आते है .... जवाब की वह भी हमारी तरह आम परिवारों से ही आते है और JNU देश जो देश सबसे अच्छी (यह बात मैं नहीं देश की सरकार की एजेंसी NAAC की A++ रैंकिंग कहती है) यूनिवर्सिटी है और आम छात्र भारी कॉम्पिटिशन से गुजरकर वहाँ पर एडमिशन पाते है तो वहाँ एडमिशन लेते ही वह देशद्रोही कैसे हो सकते है ।
आप किसी एक खराब फल की वजह से पूरे वृक्ष को काटना कहाँ तक उचित है और हमें इस बात पर विचार करना चाहिये कि क्या आप और मैं JNU में गए है ,वह क्या सोचता है उसकी विचारधारा क्या है यह हमने उससे मिलकर बात करके जाना है तो हम घर बैठे बैठे कैसे किसी को देशद्रोही कह सकते है ........?
क्या अंदाजे के आधार पर किसी को देशद्रोही करार दे सकते है ......?
हमें सोचना होगा , मंथन करना होगा इस बात पर,

और मानता हूँ की कुछ अपवाद हर जगह होते है जैसे टुकड़े टुकड़े के नारे लगाने वाले लोग , स्वामी जी मूर्ति पर अपशब्द लिखने वाले लोगो को दिल्ली पुलिस को पकड़ना चाहिये और उनके ऊपर देशद्रोह और हिंदुओं की धार्मिक भावना को आहत करने के केस चलने चाहिये और वह देश द्रोही है कि नहीं यह कोर्ट को फैसला करने दे दिया जाए🙏
सबसे महत्वपूर्ण बात

"मुद्दा यह नहीं है कि JNU में शिक्षा सस्ती क्यों है,
मुद्दा यह की देश के दूसरे कॉलेज में महँगी क्यों है"


शिक्षा कोई व्यापार नहीं है ,जिससे फायदा कमाया जा सके 
यह हक़ है हर भारतीय नागरिक का फिर चाहे वो गरीब हो या अमीर 

सिया राम 🙏
आपका शुभम जाट🙏

ऊपर दिए सारे आंकड़े मैंने खुद सत्यापित करे है आधिकारिक सोत्रो से तो उनको लेकर कोई भी सवाल हो तो आप पूछ सकते है |

Note : आजकल सोशल मीडिया पर JNU को लेकर कई तरह के झूठ और भ्रम फैलाये जा रहे है, अगर आपको समय मिले तो बगल में दिए गए बटन दबाकर अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर शेयर जरूर करे और दोस्तों के साथ जानकारी साँझा करे।


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